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भवानी नंदन ने फर्जी तरीके से नियमों के विरुद्ध जाकर खुद को किया  महन्त घोषित- महंत रोहित गिरी

महंत रोहित गिरी महाराज ने  गीतांजलि एवं भवानी नंदन को अपनी चल-अचल संपत्ति  से किया बेदखल

 प्रधान संपादक कमल मिश्रा 

महंत रोहित गिरी महाराज ने भवानी नंदन को फर्जी तरीके से नियमों के विरुद्ध जाकर खुद को  महन्त घोषित किए जाने पर कोर्ट से भेजा लीगल नोटिस 

हरिद्वार। मां चंडी देवी मंदिर प्रकरण में महंत रोहित गिरी महाराज ने मीडिया से अपील करते हुए कहा है उनका पुत्र  भवानी नंदन गिरी ना ही महंत है और ना ही चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी है। इसलिए उन्हें महंत भवानी नंदन गिरी के नाम से प्रचारित प्रसारित ना किया जाए।

उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के नियमों के मुताबिक जब तक वह जिंदा है उनके स्थान पर कोई दूसरा महंत नियुक्त नहीं किया जा सकता है। परंपरा के मुताबिक चंडी देवी मंदिर पर महंत की नियुक्ति वर्तमान महंत की मृत्यु के पश्चात तेरहवीं पर संपूर्ण दशनाम गोस्वामी समाज एवं संत समाज के सानिध्य में होती है।

भवानी नंदन ने फर्जी तरीके से नियमों के विरुद्ध जाकर खुद को महन्त घोषित किया है। इसके लिए उन्हें कोर्ट से लीगल नोटिस भेजा जा रहा है। महंत रोहित गिरी महाराज ने यह भी बताया कि वह कानूनी रूप से अपनी चल-अचल संपत्ति से गीतांजलि एवं भवानी नंदन को बेदखल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा इनके द्वारा रची गई साजिश के तहत मुझे झूठे आरोप में फंसा कर जेल भेजा गया।

उन्होंने गीतांजलि और भवानी नंदन गिरी पर  मीडिया को भ्रमित कर अपना प्रचार चंडी देवी मंदिर ट्रस्ट के महंत के रूप में किया जा रहा है साथ ही सोशल मीडिया पर भी महंत भवानी नंदन गिरी के नाम से फेसबुक पेज बनाकर अपना प्रचार भवानी नंदन द्वारा किया जा रहा है जो की पूर्ण रूप से गलत है।

 

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