भक्तों की एक पुकार पर भगवान नृसिंह उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करने हेतु दौड़े चले आते हैं- महंत सीताराम दास महाराज

हरिद्वार (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज मनोजानन्द)।
भूपतवाला में भारत माता मंदिर के निकट श्री विश्राम कुटीर सप्त सरोवर में श्री नृसिंह भगवान की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की जयंती का समारोह प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े ही धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर बोलते हुए महंत सीताराम दास महाराज ने कहा आज ही के दिन श्री नरसिंह भगवान की मूर्ति का अनावरण तथा प्राण प्रतिष्ठा की गई थी तब से गुरुदेव की कृपा से प्रतिवर्ष यह कार्यक्रम आश्रम में आयोजित किया जाता है उन्होंने कहा भगवान नृसिंह का अवतार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान श्री नृसिंह को पुकारता है वे बिना किसी विलम्ब के भक्तों की पुकार सुनकर दौड़े चले आते हैं और उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करते हैं ।
उन्होंने कहा इस पृथ्वी लोक पर सत्य की राह दिखाने वाले गुरुवर भगवान के प्रतिनिधि के रूप में अवतरित होते हैं और भक्तों को सत्य की राह दिखा कर उन्हें कल्याण के मार्ग पर अग्रसर करते है इस पृथ्वी लोक पर सतगुरु साक्षात ज्ञान की गंगा है जो भी उनके ज्ञान रूपी सरोवर में स्नान कर लेता है उसका जीवन धन्य हो जाता है इस अवसर पर बोलते हुए शहर की जानी-मानी हस्ती चाहे समाज सेवा का क्षेत्र हो चाहे उद्योग व्यवसायिक जगत की बात हो सभी क्षेत्रों में अपनी प्रबुद्धता रखने वाले मैनेजिंग ट्रस्टी श्री महेश पंजवानी ने कहा जो भी अपने पूर्वजों तथा गुरुजनों का सत्कार करता है उसके जीवन में कभी सुख शांति वैभव और समृद्धि की कमी नहीं रहती भगवान नृसिंह तो साक्षात अधर्म के विनाश एवं धर्म की स्थापना हेतु अवतरित हुए थे और उन्होंने भय भ्रष्टाचार और अराजकता राक्षसी राज का अंत कर सत्य का राज स्थापित किया था और अपने भक्त प्रहलाद की पुकार सुनकर दौड़े चले आये थे।
इस अवसर पर बोलते हुए नीलेश्वर मंदिर तथा गौरीशंकर मंदिर के श्री महंत हरिदास महाराज ने कहा सतगुरु के द्वारा दिखाया गया मार्ग ही सत्य का मार्ग है जो उस पर चलता है उसका सदैव कल्याण होता है तथा उसका लोक एवं परलोक दोनों सुधर जाते हैं भगवान श्री हरि की उसे शरण प्राप्त होती है इस अवसर पर महंत कन्हैया दास महाराज महंत हरिदास महाराज महंत सीताराम दास महाराज अमन दास महाराज मंदिर के ट्रस्टी श्री महेश पंजवानी सहित अनेको संत महंत तथा गणमान्य विभूतियां उपस्थित थी इस अवसर पर आयोजित विशाल भंडारे में सभी ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया