हरिद्वार

राम ही युक्ति, राम ही मुक्ति, राम नाम ही संसार शब्दकोश में छिपा है राम महिमा का राज – सुमित तिवारी

 

हरिद्वार 19 मार्च 2025 (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज मनोजानंद)।

बिलकेश्वर रोड निकट वेदा ग्रीन के पास स्थापित श्री राम नाम विश्व बैंक समिति के अध्यक्ष  सुमित तिवारी ने राम नाम की महिमा का वर्णन करते हुए कहा राम ही युक्ति, राम ही मुक्ति, राम ही है संसार,  राम सिया है राम लखन है राम ही बने हनुमान,  इस संसार मुक्ति के लियें उन्होंने लिया नरसिंह अवतार।  राम धारा है राम अर्श है राम ही धरा संसार राम मीत है राम प्रीत है राम ही जड़ संसार रे राम ही जीवन राम ही मृत्यु राम ही माया का जाल रे राम ही सुख है राम ही दुख है राम ही मन का धीर रे राम ही जड़ है राम ही चेतन राम विरहा संसार रे राम चमन है राम मधुवन है राम ही वर्षा राम ही पानी राम ही आंधी तूफान रे राम ही मन का सुख चैन है राम ही सूरज राम ही चंदा राम ही तारे अनेक है कहने का मतलब यह है राम ही आदि पुरुष शिव है और शिव ही राम है इस सृष्टि की उत्पत्ति भगवान शिव से हुई है और एक दिन उन्हें में समाहित हो जाना है इसलिये इस संसार के जीवन के कल्याण का आधार भगवान के राम का नाम है उसे चाहे लिखो भजो या इस मुख से गाईये तरीके अनेक है किंतु राम एक और राम के नाम बड़ा की महिमा अनेक है किंतु उनके भजन की महिमा अनेक है श्री राम नाम विश्व बैंक समिति देश ही नहीं इस विश्व के कोने-कोने में राम नाम लिखने हेतु पुस्तिकाये उपलब्ध कराते हैं तथा उन्हें संग्रहित करते हैं साथ ही आपके जीवन में राम नाम की महिमा से प्रेरित होने का विचार आपके मन मस्तिष्क में पहुंचने का एक सूक्ष्म सा कल्याणकारी प्रयास करते ताकि जब आप राम नाम भजे या लिखें उस राम नाम की महिमा के सुधा रस से आपका मधुबन तो महक ही जाये उसकी कुछ छिटे शायद हमारे दामन पर गिरने से हमारा जीवन भी राम नाम की महिमा से महक कर गुलजार हो जाये

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