आखिर यह तन तो खाक में मिलना है, माना कि तू कहां फिरे मगरूरी में, मेरा मन लागा फकीरी में- श्रीमहंत श्यामसुंदर दास महाराज
हरिद्वार( वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज मनोजानंद) श्यामपुर स्थित श्रीश्याम बैकुण्ठ धाम के परमाध्यक्ष श्री महंत 1008 श्यामसुंदर दास महाराज ने भक्त जनों के बीच अपने श्री मुख से उद्गार व्यक्त करते हुए कहा आखिर यह तनखाक में मिलेगा हे माना तू कहां फिरे मगरूरी में मेरा मन लागे फकीरी में जिसका मन भक्ति के रस में डूबा हुआ हो उसे सांसारिक मोह माया से ज्यादा कुछ लेना देना नहीं होता जो राम मिलन की विरहा में डूबा हुआ हो उसके पास सांसारिक मोह माया अपना तेरा मेरा के लियें समय नहीं होता मेरे मन में वैराग्य धारण हो गया है भगवान राम नाम की महिमा का मैं भगवान राम नाम के सुधा रस में डूबा हुआ हूं और टकटकी बांध का अपने बालाजी भगवान श्री हनुमान की ओर देख रहा हूं कि वह मेरा इंतजार कब खत्म करेंगे और अपने प्रभु श्री राम के मुझे दर्शन करायेंगे मेरा मन पूरी तरह भगवान राम के चरणों में लीन है मैं अब दुनियादारी के झमेले में रंग मेलों में ना फंसकर भगवान राम की शरणागत हो जाना चाहता हूं भक्त के मन में इस प्रकार के उद्गार बस जाते हैं तो भगवान स्वयं उनसे मिलने हेतु आतुर हो उठते हैं और भक्त से मिलने का बहाना ढूंढने लगते हैं तो अगर भक्ति में डूबना है
महर्षि कवि सूरदास महाकवि कालिदास के जीवन से प्रेरणा ले संध्या के समय जब यह कभी पूजा कर रहे थे तो भगवान कृष्ण के मन में लालसा जागी कि आज अपने भक्त से मिले आये किंतु महाकवि उस समय भगवान की आराधना में लीने थे तो ईश्वर ने उन्हें पीछे से पुकारा उन्होंने कहा मैं अभी अपनी आराधना में लीन हूं आपसे बात नहीं कर सकता तो उन्हें एक स्वर सुनाई दिया कि तुम जिसकी आराधना में लीन हो मैं वही हूं किंतु पूजा पाठ करते समय महाकवि ने उनसे बात करने से इनकार कर दिया ईश्वर को उनकी पूजा आराधना खत्म होने तक महाकवि से मिलने का इंतजार करना पड़ा तो अगर आपके मन में सच्चा वैराग्य है तो आपकी सच्ची लगन और निष्ठा हो तो आपके इर्द-गिर्द ईश्वर की अनुभूति होने लगती है अगर आप अपनी आराधना को बीच में छोड़ देते हैं तो वह कैसा वैराग्य है भक्तजनों अपने मन से लालसा रूपी विश्व का त्याग करो और भगवान की भक्ति में इतने मग्न हो जाओ कि ईश्वर भी आपकी आराधना पूर्ण होने का इंतजार करें आगामी 17 मार्च 2025 को श्री बालाजी का दरबार श्याम बैकुंठ धाम में लगेगा भक्ति रस बहेगा भक्त जन ज्ञान की गंगा में गोते लगायेगे विशेष रिपोर्टिंग वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोज मनोजानंद द्वारा ईश्वर भक्ति के रस में डूबने हेतु श्याम बैकुंठ धाम श्यामपुर हरिद्वार पधारे