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84 लाख योनियों की यात्रा करने के बाद  मिलती है मानव योनि – स्वामी प्रकाशानन्द महाराज

हरिद्वार( वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानंद) भूपतवाला स्थित श्री भगवान धाम कबीर आश्रम धर्मशाला ट्रस्ट में सतगुरु देव कबीर साहेब का 626 वां प्रकटोत्सव बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ एक विशाल संत समागम के रूप में मनाया गया इस अवसर पर एक विशाल शोभा यात्रा भी निकली गई कार्यक्रम में हजारों भक्तजन तथा भारी संख्या में संत महापुरुष उपस्थित थे इस अवसर पर बोलते हुए महामंडलेश्वर स्वामी ललितानन्द महाराज ने कहा मनुष्य जीवन में सेवा सत्संग और सिमरन होना नितांत आवश्यक है सत्संग के बिना मनुष्य के विवेक की वृद्धि होना संभव नहीं इस अवसर पर बोलते हुए स्वामी डॉ चंद्रभूषण मिश्रा ने कहा कबीर जी की उल्टी वाणी बरसे कमल भीगी पानी कबीर जी कहते हैं थोड़ा मन को निर्मल कर लो भजन की जरूरत ही नहीं मन मेरा निर्मल हुआ ठीक है जल और नीर पीछे-पीछे फिरे हरि कहे कहां कबीर कबीर जी की गहराइयों बहुत मुश्किल से बड़े ही विद्वान लोग समझ पाते हैं ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े तो पंडित होय कबीर जी की क्रांति केवल साहित्य की क्रांति नहीं बल्कि जीवन की और ईश्वर भक्ति की क्रांति है जो समझ गया वह भवसागर पार हो गया इस अवसर पर बोलते हुए आश्रम के संयुक्त सचिव प्रबंधक स्वामी प्रकाशानन्द महाराज ने कहा 84 लाख योनियों को पार करने पर यह मानव शरीर प्राप्त होता है इसे कबीर जी के बताये मार्ग पर चलने से ही सार्थक किया जा सकता है और परम पूज्य स्वामी श्री जित्वानन्द जी महाराज इस पृथ्वी लोक पर साक्षात ईश्वर की प्रतिमूर्ति है ज्ञान का एक विशाल सूर्य है उनके पावन सानिध्य में हमारा जीवन सार्थकता की ओर बढ़ रहा है।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश महाराज महामंडलेश्वर चिद विलासानन्द महाराज महामंडलेश्वर अनंतानंद महाराज महामंडलेश्वर राम मुनि महाराज जूना अखाड़े के पूर्व सचिव महंत देवानन्द सरस्वती महाराज श्री महंत कमलेशानन्द सरस्वती महाराज महंत बिहारी शरण महाराज महंत अंकित शरण महाराज महंत अरुण दास महाराज स्वामी वेदांत प्रकाश महाराज स्वामी सूर्य नारायण महाराज साध्वी तृप्ता महाराज कोतवाल कमल मुनि महाराज श्याम गिरी महाराज सहित भारी संख्या में संत महापुरुष तथा भक्तगण उपस्थित थे

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