मनुष्य के मन के भाव मात्र से ही प्रसन्न हो जाते है भगवान शिव – महामंडलेश्वर ललितानन्द महाराज

हरिद्वार 19 जुलाई 2025 (वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानंद) निरंजनी अखाड़ा स्थित मां चरण पादुका में भारत माता मंदिर के श्रीमहंत महामंडलेश्वर ललितानन्द महाराज ने अपने श्रीमुख से भक्त जनों के बीच उदगार व्यक्त करते हुए कहा नाथों के नाथ देवों के देव भगवान श्री भोलेनाथ मनुष्य के मन के सच्चे भाव देखकर भी प्रसन्न हो जाते है भगवान भोलेनाथ की आराधना कभी निष्फल नहीं जाती जो भी मनुष्य सच्चे मन से भगवान भोलेनाथ की आराधना करता है उसे मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है उसके जीवन में धन-धान्य की वर्षा होती है और ऐसे भक्तों पर भगवान श्री विष्णु माता लक्ष्मी भगवान श्री गणेश माता पार्वती की विशेष कृपा बनी रहती है भगवान भोलेनाथ अगर कुछ भी ना हो उन्हें सच्चे मन से दो आंसू भी समर्पित कर दिये जाये तो ऐसे भक्तों की भोलेनाथ जीवन से हमेशा हमेशा के लियें दरिद्रता समाप्त कर देते है । भगवान चढ़ावा नहीं सिर्फ मनुष्य मन के भाव मात्र उसकी श्रद्धा को देखते हैं उसके मन में बसे दया भाव को देखते हैं इस सृष्टि की उत्पत्ति भगवान शिव से हुई है और एक दिन उन्हें में समाहित हो जाना है।