आचार्यकुलम् विश्व का विशिष्ट शिक्षण संस्थान है, जहाँ योगबल एवं सर्वोत्तम खेल प्रतिभाओं द्वारा विकास किया जाता है। -स्वामी रामदेव
खेल मनुष्य के श्रेष्ठ संस्कारों की आधारशिला है। खिलाड़ियों सहित हम सभी को खेलभावना का सदैव पालन करना चाहिए। -आचार्य बालकृष्ण
प्रधान संपादक कमल मिश्रा
हरिद्वार। आवासीय विद्यालय आचार्यकुलम् में आज राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन पूर्ण भव्यता एवं दिव्यता के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर आचार्यकुलम् में वरिष्ठ बालक-बालिकाओं हेतु बैडमिंटन, बॉस्केटबॉल, हैंडबॉल और कबड्डी की खेल प्रतियोगिताएँँ आयोजित की गईं। आचार्यकुलम् सहित उक्त प्रतियोगिताओं में बालक-बालिकाओं की क्रमशः 07-02, 04-04, 02-02 तथा 03-03 टीमों ने प्रतिभाग किया। जबकि फुटबॉल में आचार्यकुलम् तथा स्काईवार्ड सहित 02 बालक टीमों ने प्रतिस्पर्धा की।
कड़ी धूप के प्रति बेपरवाह खिलाड़ियों का जोश परम अभिनंदनीय व प्रशंसनीय रहा। घनघोर संघर्ष के पश्चात बालक वर्ग में बैडमिंटन में आचार्यकुलम् विजेता तथा एस. के. स्कूल उपविजेता, बॉस्केटबॉल में आचार्यकुलम् विजेता तथा ग्रीनवे मॉडर्न उपविजेता, हैंडबॉल में आचार्यकुलम् विजेता तथा डी.ए. वी. उपविजेता और कबड्डी में आचार्यकुलम् विजेता तथा नेचर इंटरनेशनल उपविजेता रहे। साथ ही फुटबॉल में आचार्यकुलम् विजेता तथा स्काईवार्ड टीम उपविजेता रही।
जबकि बालिका वर्ग में बैडमिंटन में एस.बी.वी.एम. विजेता तथा आचार्यकुलम् उपविजेता, बॉस्केटबॉल में आचार्यकुलम्-‘अ’ विजेता तथा आचार्यकुलम्-‘ब’ उपविजेता, हैंडबॉल में आचार्यकुलम् विजेता तथा डी. ए. वी. उपविजेता और कबड्डी में आचार्यकुलम् विजेता तथा ब्रह्मदेवी स्कूल उपविजेता रहे।
इस सुअवसर पर अपने बधाई संदेश में आचार्यश्री ने कहा- ‘‘खेल मनुष्य के श्रेष्ठ संस्कारों की आधारशिला है। खिलाड़ियों सहित हम सभी को खेलभावना का सदैव पालन करना चाहिए।’’
दूरभाष से आशीर्वचन प्रदान करते हुए स्वामीजी महाराज ने कहा-‘‘ आचार्यकुलम् विश्व का विशिष्ट शिक्षण संस्थान है, जहाँ योगबल से सर्वोत्तम खेल प्रतिभाओं का विकास किया जाता है।’’
आचार्यकुलम् की उपाध्यक्षा आदरणीया डॉ0 ऋतंभरा शास्त्री ‘बहनजी’ सहित पूज्य स्वामी अर्जुनदेवजी व उप-प्राचार्य श्री तापस कुमार बेराजी ने खिलाड़ियों को अपने करकमलों से पुरस्कार व प्रमाण-पत्र प्रदान कर शुभाशीष प्रदान किया। इस सुअवसर पर आचार्यकुलम् के क्रीड़ाध्यक्ष श्री अमित दानीजी, समन्वयिका श्रीमती दीपाजी सहित सभी खेल प्रशिक्षक, आचार्य-कर्मचारीगण व खिलाड़ी उपस्थित रहे।