स्वामी चिदानंद सरस्वती ने वरिष्ठ पत्रकार दुर्गा नौटियाल को दी भावभीनी श्रद्धाजंलि
ऋषिकेश। श्री दुर्गा नौटियाल जी अब हमारे बीच नहीं रहे। यह समय न केवल परिवार, सम्बंधितजन बल्कि पूरे पत्रकारिता जगत के लिये अत्यंत दुख व पीड़ा का है। पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और पूरे परमार्थ निकेतन परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धाजंलि।
श्री दुर्गा नौटियाल जी की आत्मा की शांति के लिए परमार्थ निकेतन में विशेष यज्ञ व गंगा आरती में विशेष प्रार्थना कर भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।
श्री दुर्गा नौटियाल जी बहुत ही सरल, सजग, मृदुभाषी पत्रकार थे। जब भी मिलते थे दिल खोल कर मिलते थे, दिल से मिलते थे। आज हमने दिल से जीने वाले पत्रकार को सदा-सदा के लिये खो दिया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि वे एक असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे। उनकी सादगी, सजगता, और मृदुभाषी स्वभाव ने सभी को आकर्षित किया। जब भी वह मिलते, उनकी आत्मीयता और खुलापन दिल को छू जाता था। आज हमने एक ऐसे पत्रकार को खो दिया है जो सच्चे अर्थों में दिल से जीते थे। उनकी अनुपस्थिति हमें हमेशा खलेगी, लेकिन उनकी मधुर यादें हमारे दिलों में सदा जीवित रहेंगी।
श्री दुर्गा नौटियाल जी ने अपने जीवन से जो छाप छोड़ी है, वह अविस्मरणीय है। उनकी विरासत युवा पत्रकारों को शिक्षा देती रहेगी कि सादगी और सजगता के साथ जीना और दूसरों के दिल में अपने लिए जगह बनाना कितना महत्वपूर्ण है। उनकी अनुपस्थिति में उनकी यादें पूरे परिवार को संबल और प्रेरणा देती रहेंगी।
पत्रकारिता जगत और पूरे समाज के लिये श्री दुर्गा नौटियाल जी का योगदान अद्भुत है। वे आज हमारे बीच भौतिक रूप नहीं हैं परन्तु हम सभी की स्मृतियों में सदैव रहेंगे।
इस दुखद घड़ी में हम सभी नौटियाल परिवार के साथ हैं। प्रभु उन्हें इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति और धैर्य प्रदान करें।