त्याग एवं समर्पण भाव की प्रेरणा का स्रोत रहा है संत शिरोमणि महानंद अवधूत उदासीन ब्रह्म विभु आश्रम
हरिद्वार 16 फरवरी 2025( वरिष्ठ पत्रकार ठाकुर मनोजानन्द )त्याग समर्पण एवं सेवा का एक मुख्य केंद्र रहा है हरिपुर स्थित ब्रह्म विभु आश्रम संत शिरोमणि श्री महानंद अवधूत उदासीन जी की पावन कृपा से आश्रम में हजारों की संख्या में संत महापुरुष भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण करते रहते हैं यह आश्रम प्राचीन काल से ही तपस्वी साधु संतों की तपोस्थली रहा है यहां बड़े ही शिष्टाचार के साथ साधु संत तथा भक्तजनों का सत्कार किया जाता है वर्ष में अनेकों बार कई कई हजार लोगों संतो महापुरुषों को भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण कराया जाता है सेवा तथा समर्पण भाव की इस तपो स्थली पर संतो तथा भक्तों का सदैव आवागमन लगा रहता है।
आज भी आश्रम में एक विशाल संत भंडारे का आयोजन किया गया इस अवसर पर गुरु राम सेवक उछाली आश्रम के महंत विष्णु दास महाराज महंत दुर्गादास महाराज महंत प्रहलाद दास महाराज महंत सीताराम दास महाराज महंत हरिदास महाराज कोतवाल देहरादून बाबा रमेशानन्द कोतवाल कमल मुनि महाराज कोतवाल रामदास महाराज हजारों की संख्या में संत महापुरुष उपस्थित थे