भारत रत्न डॉ भीम राव अंबेडकर जी की जयंती पर मातृ आँचल मे बेटियों को वितरित की गई शिक्षण सामग्री
प्रधान संपादक कमल मिश्रा
हरिद्वार। केशवं माधवं गौशाला के संयोजक विपिन सेमवाल उनकी धर्मपत्नी नेहा सेमवाल और स्पर्श गंगा की टीम ने भारत रत्न डा भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित की ओर साथ ही मातृ आँचल में रहने वाली सभी 55 बालिकाओ को कॉपीया ,जूस ,बिस्कुट और अन्य सामग्री वितरित की ।
इस अवसर पर विपिन सेमवाल ने कहा कि बाबा
बी.आर. अंबेडकर जी ने शिक्षा को समाज में बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण साधन माना,बाबा साहेब ने शिक्षा और बालिका शिक्षा पर विशेष बल दिया। बाबा साहब का मानना था कि शिक्षित महिलाएं समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं और समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, जब भारत की सभी बेटिया शिक्षित होगी तभी भारत विकसित बन पाएगा।
प्रिया सेमवाल ने कहा कि बालिकाओ को शिक्षा के साथ साथ उनको कोशल विकास पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि बेटियां आत्मनिर्भर बन सकें
इस दौरान मातृ आंचल की बेटियों के द्वारा बनाये गई आर्ट और क्राफ्ट की चीजों ने सबका मन मोह लिया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से बिमला ढोड़ियाल
स्कूल की कार्डिनेटर ममता ,कु हरिप्रिया सेमवाल ,कु नव्या सेमवाल ,रीता चमोली,बिमला ढोड़ियाल, रेणु शर्मा,मन्नू रावत,ने कार्यक्रम में सहयोग किया