शांतिकुंज में हुई सर्वे भवन्तु सुखिनः की सामूहिक प्रार्थना
प्रधान संपादक कमल मिश्रा
हरिद्वार। अखिल विश्व गायत्री परिवार ने सर्वे भवन्तु सुखिनः की सामूहिक प्रार्थना के साथ वर्ष 2024 की प्रथम किरण का स्वागत किया। इस अवसर पर आयोजित सामूहिक गायत्री आरती एवं ध्यान में देश विदेश से आये हजारों परिजनों ने प्रतिभाग किया। तो वहीं हजारों नर-नारियों ने आत्मिक प्रगति के लिए ध्यान साधना के साथ 27 कुण्डीय यज्ञशाला में विशेष आहुतियाँ डालकर अंग्रेजी कैलेण्डर नववर्ष का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर अपने संदेश में गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने बीते वर्ष की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्ष 2024 में नये संकल्प के साथ उत्साह से काम करें। इस वर्ष नारी सशक्तिकरण, युवा जागरण के अभियानों को और गति देना है। इस वर्ष अपने अधूरे सपनों को पूरा करने का लेखा जोखा के साथ जीवन को उच्चतर स्थान पर पहुंचाने की साधना करें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 के पहले माह में रामलला मंदिर में विराजमान हो रहे हैं और यह वर्ष मानव मात्र के लिए भी कई उम्मीदें लेकर आया है, जिसे सदियों तक याद रखा जायेगा। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि यह वर्ष अच्छे विचारों को क्रियान्वित करने और अधूरे सपनों को पूरा करने हेतु दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने आया है।
देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिवार, ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान एवं शांतिकुंज परिवार ने गायत्री परिवार प्रमुखद्वय से भेंटकर नववर्ष के लिए विशेष मार्गदर्शन प्राप्त किया। साथ ही विभिन्न संस्कार बड़ी संख्या में सम्पन्न कराये गये।