कॉमनवेल्थ विलेज सोसायटी दिल्ली में गूंजा- एक ही नारा एक ही नाम, जय श्रीराम. जय श्रीराम
कमल मिश्रा/ डॉ हरिनारायण जोशी अंजान
दिल्ली। अयोध्या में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के समय से पूर्व और प्राण प्रतिष्ठा समय के बाद जो चारों ओर राम नाम की ही गूंज है उससे दिल्ली कॉमनवेल्थ विलेज सोसायटी भी पूरी तरह से राममय हुई। भव्य झांकियां और कीर्तन भजन का अपूर्व उत्सव और उत्साह रहा। स्थानीय क्लब हाउस में तीन दिवसीय राम कथा और संकीर्तन किया गया। अवध में प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद ढोल की थाप और राम भजनों के गायन पर भव्य झांकियां निकाली गई।
श्रीरामजी, श्रीजानकी जी, श्रीलक्ष्मणजी और श्रीहनुमानजी के पात्र अभिनय में और वेशभूषा में साक्षात अवतारों जैसे ही सुंदर, आकर्षित और मनमोहक लग रहे थे। उनके स्वरूप को देखकर स्वत: ही उनके प्रति जिज्ञासा और श्रद्धा जागृत हो रही थी। यह भव्य झांकी पूरे खेल गांव सोसायटी की परिक्रमा के बाद संपन्न हुई। जिसमें सैकड़ो स्त्री पुरुषों ने बहुत ही उत्साह के साथ नृत्य उमंगता पूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम की संपन्नता में रामकाज में स्वभावगत प्रसन्न रहने वाले हनुमानजी के गुणों को साकार करते हुए हनुमान जी के पात्र ने उपस्थित सभी नर नारियों को भगवान राम जानकी के समक्ष अपने मुदित नृत्य में सम्मिलित कर संपन्नता की इस बेला को और प्रसन्न भावनात्मक श्रद्धामम बना ।
आयोजकों द्वारा तन मन धन से इस उत्सव को संपन्न करने के जो प्रयास किए गए वे सभी राम कृपा से सम्पूर्ण सफल रहे। यहां तक कि रात को तेज हवा के बाद भी सैकड़ो दीपक अवि चल प्रकाश बिखेरते रहें। समापन के पश्चात विभिन्न प्रकार से तैयार भोजन- प्रसाद का भी सभी ने सुरुचिपूर्ण रस्वास्वादन किया।