श्रीमहंत कृष्णमुनी का महामंडलेश्वर पद पर किया गया पट्टाभिषेक
हरिद्वार 25 दिसंबर । षडदर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के तत्वाधान में ब्रह्मलीन महंतश्री बाबा वीरम दास महाराज के शिष्य श्रीमहंत कृष्णमुनी को महामंडलेश्वर पद पर विभूषित करते हुए उनका पट्टाभिषेक किया गया साथ ही इस अवसर पर साध्वी राधा मुनि महाराज को भी षडदर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म एवं संस्कृति का माई वाडे का उपाध्यक्ष बनाया गया ।
इस अवसर पर बोलते हुए षडदर्शन साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री महंत स्वामी चेतनानंद गिरी महाराज ने कहा ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति विश्व में सर्वोपरि है सनातन संस्कृति के अनुसार गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत साधु समाज में सनातन की धर्म ध्वजा फहराने हेतु वह अपने कार्यों को पूरा करने हेतु गुरु अपने शिष्य को अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने अधिकार हस्तांतरित करता है इसी श्रृंखला में समाज में विशिष्ट स्थान रखने वाले साधु संतों को संत समाज द्वारा महामंडलेश्वर जैसे सम्मानित पदों पर असिन कर उन्हें सम्मान प्रदान किया जाता है साथ ही यह संत महापुरुष धर्म व संस्कृति का संपूर्ण विश्व में उत्थान में प्रचार प्रसार करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं धर्म व संस्कृति की अलख संपूर्ण विश्व में जागते हैं।
षड्दर्शन साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत गोपाल गिरी महाराज ने कहा कि साधु संत ऋषि मुनि धर्म-कर्म के माध्यम से भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाकर उन्हें ईश्वर की शरणागत करते हैं इस अवसर पर बोलते हुए श्री महंत महामंडलेश्वर 1008 परम पूज्य श्री कृष्णा मुनि महाराज ने कहा संत महापुरुषों की पावन संगत तथा उनके पावन विचारो की पावन आभा भक्तों को ईश्वर से जोड़ते हुए उन्हें धर्म के मार्ग से कल्याण की ओर ले जाते हैं इस संसार में गुरु से बड़ा सच्चा पथ दर्शक कोई और हो ही नहीं सकता गुरु ही हमें धर्म कर्म पूजा पाठ सत्य कर्म के माध्यम से कल्याण का मार्ग दिखाते हैं