बीएचईएल को मिला 2×800 मेगावाट कोडरमा सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट ऑर्डर
प्रधान संपादक कमल मिश्रा
हरिद्वार। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) को दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) से ईपीसी आधार पर 2×800 मेगावाट सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्थापित करने का एक प्रतिष्ठित ऑर्डर मिला है।
झारखंड के कोडरमा जिले में स्थापित किए जाने वाले इस कोयला-अधारित प्रोजेक्ट का ऑर्डर अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्परधा बोली (आईसीबी) के अंतर्गत दिया गया है।
महत्वपूर्ण रूप से, यह डीवीसी का पहला 800 मेगावाट का प्रोजेक्ट है और यह मौजूदा 2×500 मेगावाट इकाइयों के निकट स्थापित किया जाएगा, जिन्हें बीएचईएल द्वारा ही ईपीसी आधार पर स्थापित किया गया था। बीएचईएल की डीवीसी के साथ लंबे समय से साझेदारी है और झारखंड और पश्चिम बंगाल में डीवीसी के 80% से अधिक कोयला आधारित बिजली स्टेशन बीएचईएल ने ही स्थापित किए हैं।
इस प्रोजेक्ट के लिए बीएचईएल के कार्य क्षेत्र में सिविल कार्य के साथ-साथ उपकरणों की आपूर्ति, निर्माण और कमीशनिंग शामिल है। प्रोजेक्ट के लिए प्रमुख उपकरण बीएचईएल की हरिद्वार, त्रिची, बेंगलुरु, हैदराबाद, भोपाल और राणीपेट विनिर्माण इकाइयों द्वारा बनाये जाएंगे, जबकि साइट पर निष्पादन का कार्य कंपनी के पावर सेक्टर – पूर्वी क्षेत्र द्वारा किया जाएगा। कार्यक्षेत्र में उत्सर्जन नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक उपकरण भी शामिल हैं।
बीएचईएल भारत में अग्रणी बिजली उपकरण निर्माता है, जिसने देश में 1,68,000 मेगावाट से अधिक थर्मल पावर प्लांट स्थापित किए हैं। बीएचईएल देश की ऊर्जा सुरक्षा को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और पावर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के देश के लक्ष्य में एक प्रमुख भागीदार रहा है। कंपनी बिजली उपकरणों के लिए भारत की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार है।