गंगा उत्सव में गंगा एक्शन परिवार, परमार्थ निकेतन द्वारा लगाये गये इंटरैक्टिव स्टॉल
मां गंगा केवल हमारी आस्था ही नहीं बल्कि हमारा अस्तित्व भी है- स्वामी चिदानंद सरस्वती
प्रधान संपादक कमल मिश्रा
ऋषिकेश, 4 नवम्बर। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने चंडी घाट, हरिद्वार में आयोजित गंगा उत्सव 2024 में सहभाग कर प्रेरणादायी उद्बोधन दिया। इस अवसर पर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल पद्मश्री संत सीचेवाल , कैबिनेट मंत्री, रेखा आर्या , सचिव गृह शैलेश बगोली और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग किया।
इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि मां गंगा केवल एक नदी नहीं बल्कि माँ है। वह केवल जल का ही नहीं बल्कि जीवन का भी स्रोत है। भारत के लिये माँ गंगा किसी वरदान से कम नहीं है। मां गंगा भारतीय संस्कृति की संरक्षक व संवाहक भी है। नदियां तो पूरे विश्व में हैं परन्तु माँ गंगा केवल भारत में ही हैं। विश्व की यह पहली नदी है जिसके तटों पर अस्त होते सूर्य के साथ ‘‘जय गंगे माता’’ का स्वर गूंजने लगता है। सब के लिये बहने वाली बिना भेदभाव के सभी को जल देने वाली मां गंगा भारत की शान, आन, पहचान और स्वाभिमान है। माँ गंगा युगों युगों से मानवीय चेतना का संचार कर रही हैं।
वह केवल हमारी आस्था ही नहीं बल्कि हमारा अस्तित्व भी है। माँ गंगा के बिना हम अधूरे हैं, हम सभी को गंगा जी की आवश्यकता है, इसलिये सभी को गंगा संरक्षण के लिये आगे बढ़ना होगा। अपने टाइम, टैलंेट, टेक्नोलॉजी एवं टेनासिटी के साथ, माँ गंगा के लिये सभी को जुटना होगा, जुड़ना होगा और सब को जोड़ना होगा।
परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश विगत 80 वर्षों से आध्यात्मिक, पर्यावरणीय और मानवीय पहलों का एक प्रमुख केंद्र रहा है। वर्तमान में स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और पूज्य साध्वी भगवती सरस्वती जी के नेतृत्व और प्रेरणा से परमार्थ निकेतन न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में वैश्विक परिवार को राष्ट्रीय नदी गंगा से जोड़ने के लिये अद्भुत कार्य कर रही है।
गंगा एक्शन परिवार स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी द्वारा स्थापित है, व्यक्तियों, वैज्ञानिकों और संगठनों का एक वैश्विक परिवार है जो गंगा जी और उनके आसपास के पारिस्थितिक तंत्रों के संरक्षण के लिए वर्ष 2010 से अद्भुत कार्य कर रही है। सतत विकास, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, सामुदायिक स्वास्थ्य, पर्यावरणीय चुनौतियों के समाधान के लिये विलक्षण योगदान प्रदान कर रही है।
परमार्थ निकेतन द्वारा गंगा उत्सव 2024 में माँ गंगा की सेवा और सुरक्षा के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने के लिये इंटरैक्टिव स्टॉल लगाये गये। स्टाल के माध्यम से माँ गंगा की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर पर प्रश्नोत्तरी, कहानी सुनना, सुनाना, गंगा चिंतन और विचार विमर्श कि माँ गंगा ने किस तरह से लोगों के जीवन को छुआ और बदला है। इंटरैक्टिव ड्राइंग और पोस्टर बनाना, कठपुतली शो, जल संरक्षण के संकल्प के साथ वाटर ब्लेसिंग सेरेमनी, प्रेरक व ज्ञानवर्द्धक वीडियो संदेश, गंगा योग, नृत्य और ध्यान सत्र के माध्यम से माँ गंगा के प्रवाह से जुड़ने का अभ्यास जनसमुदाय को कराया। सेल्फी पॉइंट के माध्यम से नदियों से जुड़ने का संदेश दिया।
गंगा उत्सव 2024 का मुख्य उद्देश्य माँ गंगा की सेवा और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। परमार्थ निकेतन और गंगा एक्शन परिवार के इंटरैक्टिव स्टॉल के माध्यम से आगंतुकों को गंगा नदी के सांस्कृतिक, पारिस्थितिक और आध्यात्मिक महत्व को समझाने और उन्हें इसके संरक्षण के लिए प्रेरित व संकल्पित किया जा रहा है।
सुश्री गंगा नन्दिनी त्रिपाठी, आचार्य दीपक शर्मा, वंदना शर्मा, करूणा, रोहन, उमा, रेशमी, पूजा, हरि, ओमप्रकाश, हेमचन्द्र और परमार्थ निकेतन के अन्य सभी ऋषिकुमार महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहे हैं।