राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में सत् दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन

प्रधान संपादक कमल मिश्रा
चिन्यालीसौड़, 05 अगस्त 2025 । राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में बी.ए., बी.एससी. एवं बी.कॉम. प्रथम सेमेस्टर के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के दीक्षारंभ (ओरिएंटेशन) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को महाविद्यालयी जीवन, अकादमिक ढांचे और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम संयोजक एवं मंच संचालक डॉ कृष्णा डबराल ने उपस्थित सभी नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का स्वागत किया और कार्यक्रम की पृष्ठभूमि से अवगत कराया।
कार्यक्रम के प्रथम तकनीकी सत्र में वाणिज्य विभाग की प्राध्यापिका डॉ. सुगंधा वर्मा द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, विश्वविद्यालय के नवीन पाठ्यक्रम ढांचे, क्रेडिट आधारित मूल्यांकन प्रणाली, आंतरिक एवं बाह्य परीक्षा प्रक्रिया, सेमेस्टर आधारित SGPA, CGPA तथा अंक प्रतिशत की गणना एवं निर्धारण, छात्र उपस्थिति, विभागीय परिषद के क्रियाकलापों सहित महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक एवं रोचक प्रस्तुतिकरण दिया गया। उन्होंने छात्रों को “फ्लेक्सिबल, मल्टीडिसिप्लिनरी और स्किल ओरिएंटेड” शिक्षा प्रणाली की विशेषताओं से भी अवगत कराया, जो उन्हें भविष्य के लिए अधिक सक्षम बनाएगी। साथ ही महाविद्यालय में पहली बार आरंभ हो रहे वाणिज्य स्नातक के प्रथम बैच के विद्यार्थियों को बी.कॉम. डिग्री प्राप्त करने के बाद उपलब्ध विभिन्न करिअर सम्भावनाओं के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी।
द्वितीय तकनीकी सत्र में महाविद्यालय के विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी प्राध्यापकों ने अनुशासन, छात्रवृत्तियां, देवभूमि उद्यमिता कार्यक्रम, विद्यार्थी समस्या निवारण तंत्र, पुस्तकालय सुविधाएं, एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट, क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम, राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), रोवर-रेंजर, रेड क्रॉस सोसाइटी, एंटी ड्रग्स सेल, करिअर काउंसलिंग एवं प्लेसमेंट सेल, प्रिवेंशन ऑफ़ सेक्सुअल हैरेसमेंट सेल, आदि की गतिविधियों एवं योजनाओं के विषय में विद्यार्थियों को जानकारी दी जिनमें डॉ किशोर सिंह चौहान, डॉ कृष्णा डबराल, डॉ विनीत कुमार, डॉ खुशपाल, डॉ यशवंत सिंह, डॉ प्रभात कुमार सिंह, डॉ मंजू पांडे, डॉ निशी दुबे, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल, डॉ भूपेश चन्द्र पंत, डॉ आलोक बिजल्वाण सम्मिलित रहे।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि दीक्षारंभ केवल एक औपचारिक शुरुआत नहीं, बल्कि विद्यार्थी जीवन की दिशा तय करने वाला कदम है। महाविद्यालय न केवल ज्ञान का केंद्र है, बल्कि यह व्यक्तित्व निर्माण का स्थान भी है। हम चाहते हैं कि हमारे छात्र न केवल विषय में दक्ष बनें, बल्कि जिम्मेदार नागरिक और उत्कृष्ट मानव भी बनें। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे अकादमिक और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें तथा महाविद्यालय की गरिमा को बनाए रखें।
विद्यार्थियों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे उपयोगी, मार्गदर्शक और ज्ञानवर्धक बताया।
इस अवसर पर डॉ बृजेश चौहान, डॉ आराधना राठौर, नेहा बिष्ट, डॉ मनोज सिंह बिष्ट, डॉ प्रभदीप सिंह, स्वर्ण सिंह, मदन सिंह, रोशन लाल, जीतेन्द्र पंवार, होशियार सिंह, जय प्रकाश भट्ट, अमीर सिंह चौहान, सुनील गैरोला, नरेश रमोला, सुनील रमोला, हिमानी रमोला, विजय लक्ष्मी, धनराज सिंह बिष्ट, संजय कुमार एवं बड़ी संख्या में नवप्रवेशित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।